How To Protect Roses In Winter In Hindi – सर्दियों के मौसम में गुलाब के पौधें से फूल नहीं खिल रहा हैं और साथ में ही पौधा मुरझाया हुआ दिखता हैं तो ऐसा क्या करे कि पौधे में फूल आ जाए। सर्दियों में गुलाब के पौधों की खास देखभाल की जरूरत होती हैं जिसे हम समय से पूरा करेंगे तभी उसमें से बहुत सारे अच्छे फूल खिलेंगे। पौधे से फूल निकले इसके लिए हमें क्या–क्या करना चाहिए पहले उसे समझते हैं।
How To Protect Roses In Winter In Hindi
मल्चिंग
ठंड के मौसम में जब गुलाब का पौधा मुरझाया हुआ दिखे तो आप समझ जाइए कि पौधे को ठंड असर कर रहा हैं। ऐसे में आप गुलाब के पौधे को इससे बचाने के लिए मल्चिंग का तरीका इस्तेमाल कर के देख सकते हैं। मल्चिंग करने के लिए सबसे पहले पौधें के जड़ो के आस–पास सफ़ाई कर दे। फिर पौधें को आवश्कता अनुसार पानी दे।
उसके बाद खर–पतवारो से पौधे के चारों बगल बढ़िया से दो–तीन मोटी परत बना कर झांक दे। मल्चिंग करने के एक सप्ताह बाद पौधे में बदलाव नजर आने लगेगा क्योंकि ठंड के दिनों में सर्द हवाओं के चलने से पौधों का जो नमी चली जाती हैं वो बनी रहती हैं। मल्चिंग से गुलाब के पौधों के जड़ के अंदर का मिट्टी भी गर्म रहती हैं जिससे उसे ठंड उतना अटैक नहीं करता हैं और पौधें का बराबर ग्रोथ होते रहता हैं।
फ़र्टिलाइज़र
ऐसे तो गुलाब के पौधें में उर्वरक देने के कोई जरूरत नहीं होती हैं लेकिन सर्दियों के मौसम में इसका जरूरत पड़ सकता हैं। पौधों का कभी–कभी अच्छी केयरिंग करने के बाद भी उसमें से फूल नहीं निकलते हैं जिसके चलते हमें काफ़ी निराशा होती हैं। गुलाब के पौधें का सही ग्रोथ के लिए बहुत से लोग पौधें में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश के अलावा दूसरे उर्वरक भी देते हैं लेकिन ये गुलाब के पौधें के लिए खतरनाक होता है और बहुत बार पौधे इससे सुख भी जाते हैं।
इसलिए हमें बिना कोई रिस्क लिए गोबर से बने घरेलू खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। होम मेड खाद का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता हैं और यह लंबे समय तक गुलाब के पौधों को सिर्फ़ फायदा ही पहुंचता हैं।
पानी
गुलाब के पौधों के लिए सर्दी का मौसम काफी संवेदनशील होता हैं जिस वजह से हमें इसके केयरिंग में बदलाव करना पड़ता हैं। ठंड में जहां एक तरफ़ बर्फीली हवाओं के चलने से गुलाब के पौधें पानी के अभाव में सुख जाते हैं तो दूसरी तरफ ज्यादा पानी दे देने से भी पौधों पर बूरा असर पड़ता हैं।
ऐसे में गुलाब के पौधों में पानी डालना कोई आसान काम नहीं रह जाता हैं। इसलिए पौधे में पानी डालने से पहले गुलाब के पौधें के पत्ते और टहनियों को ध्यान से देखे। अगर टहनियां और सारे पत्ते आपको जरा सा भी मुरझाया हुआ दिखता हैं तो तुरंत उसके जड़ के बगल में एक इंच मिट्टी खोदे और देखें की मिट्टी में नमी हैं या नहीं।
मिट्टी में नमी आपको बराबर दिखता हैं तो आप उसमें पानी डालने का कोशिश न करें क्योंकि ऐसे स्थिति में ज्यादा चांस होता हैं कि पौधा अन्य कारण से सुख रहा हो। मिट्टी में अगर जरा सा भी नमी नहीं दिख रहा तो आप समझ जाए कि पौधा पानी के अभाव में सुख रहा हैं और इसके लिए आप उसमें उतना ही पानी दे जितना की पौधा पानी को शोखता हैं।
डेड हेडिंग और प्रूनिंग
गुलाब के पौधों में कई बार हमें देखने को मिलता हैं कि उसमें फूल पूरा खिलने से पहले ही मुरझा जाता है या पौधें का कोई टहनी ही अपने आप सुख जाता है। इस स्थिति में हम कुछ नहीं करते हैं तो ऐसा भी होता है कि कुछ दिनों में धीरे–धीरे पूरा गुलाब का पौधा ही सुख जाता हैं। इसलिए शुरूआत में ही अगर कोई फूल या टहनी मुरझाई और सुखी दिखी तो तुरंत उसे वहां से हमें काट देना चाहिए।
डेडहेडिंग या प्रूनिंग वाला यह तरीका लगभग सभी पौधों के साथ इस्तेमाल किया जाता हैं क्योंकि इससे कीट या पतंगों के वजह से पौधा सुख रहा होता हैं तो कटने के बाद आगे नहीं बढ़ पाता हैं। डेडहेडिंग करने से पौधों में एक अलग ग्रोथ भी देखने को मिलता हैं। पौधों में अकसर कट (प्रूनिंग) जाने वाले टहनी से थोड़ा नीचे बहुत सारी नई पतियां निकलती हैं जो बाद में जाकर पौधें का एक–एक टहनी बन जाती हैं।
ठण्ड के मौसम में गुलाब के पौधे की देखरेख कैसे करे
ठंड के दिनों में ठंडी किसे नहीं लगता है सभी को लगता हैं और इसमें पेड़–पौधें भी शामिल हैं। ये मौसम ऐसा हैं कि इसका असर गुलाब के पौधो पर कुछ ज्यादा ही पड़ता हैं जिसके चलते इस पौधे का ठंड में खुद को बिना मुरझाए टिके रहना मुश्किल हैं। ठंड अगर अपने चरम सीमा पर हैं तो ये मुश्किलें और बढ़ जाती हैं ऐसे में गुलाब के पौधें को ठंड से बचाने के लिए हमें जुगाड करना पड़ता हैं।
अगर गुलाब का पौधा गमले हैं तो कोई दिक्कत ही नहीं होती हैं, उसे घर में कर के ठंड से बचाने में लेकिन यहीं पौधा गार्डन में हो तो दिमाग चकरा जाता हैं। गार्डन वाले पौधें को आप प्लास्टिक से कवर कर के ठंड हवाओं से बचा सकते हैं लेकिन यह सभी लोग नहीं कर सकते हैं और गार्डन में बहुत सारा गुलाब का पौधा हैं तो और दिक्कत होती हैं।
गार्डन ज्यादातर चारों तरफ से घिरा होता हैं तो उसमें तेज ठंडी हवाएं नहीं आती हैं लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो आप समय–समय पर गुलाब के पौधों का छटाई करें। छटाई करने से पौधें छोटे हो जाते है जिससे उन्हें काफी हद तक कम ठंड का असर होगा।
गुलाब के फूल के बारे जो कहा जाए वो कम हैं और वो कम इसलिए भी है क्योंकि यह सभी फूलों का राजा हैं और उसमें एक राजा वाली सारी खूबियां मौजूद हैं किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करने के लिय पर इसके अलावा और भी खूबियां हैं। गुलाब का फूल सिर्फ़ अपनी महक के लिय ही नहीं जानी जाती हैं बल्कि कुछ स्वास्थ्य सबंधित रोगों को दूर करने के लिय भी जाना जाता हैं।
5 गुलाब से मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट्स
Skin Care
गुलाब के तेल का इस्तेमाल बहुत सी महिलाएं अपने स्किन में निखार लाने के लिय करती हैं जो काफ़ी फायदेमंद हैं क्योंकि यह बाजार में मौजूद किसी भी तेल के मुकाबले ज्यादा अच्छे से काम करता हैं। वहीं गुलाब का जल भी ट्रेंडिंग में रहता हैं और इसका इस्तेमाल करना भी महिलाएं खूब पसंद करती हैं।
अपने स्किन के सॉफ्टनेस को बनाएं रखने के लिय गुलाब से बना लेप का भी इस्तेमाल जोरों से किया जाता हैं। स्मार्ट केयर के अलावा गुलाब का फूल लोगों के त्वचा वाली बीमारियों को आराम से दूर कर सकती हैं बस आपको इसके इस्तेमाल का सही जानकारी अपने डॉक्टर या कोई बढ़िया सलाहकार से जानना हैं। इंटरनेट पर आपको बहुत सारा टिप्स इसके लिए मिल सकता हैं लेकिन हेल्थ के मामले में हमें सावधानी बर्तनी चाहिए।
Vitamin
गुलाब को आज हम सिर्फ एक फूल के नजर से देखते हैं पर एक रिसर्च के मुताबिक गुलाब के फूलों में आयरन, विटामिन A, विटामिन C, विटामिन E जैसे महत्वपूर्ण तत्व मौजूद होता हैं। एसे में गुलाब से अनेक फायदे लिए जा सकते हैं जैसे कि स्कर्वी वाली बीमारी से छुटकारा, गुर्दे वाली समस्या से राहत, मूत्र वाले रोग से पीड़ित व्यक्ति का इलाज इत्यादि। वैसे तो इसमें बहुत सारी बीमारियों को दूर करने की छमता होती हैं लेकिन इसके लिए गुलाब की अगल–अलग प्रजातियां होती हैं। पुराने जमाने में गुलाब के फूल के इस्तेमाल से घावों को भी ठीक किया जाता था।
Infection
इंफेक्शन एक अपने आप में गंभीर बीमारी हैं जो फैलने के बाद क्या कर सकता हैं हमारे साथ सबको पता हैं। ऐसे इंफेक्शन को दूर करने के लिय गुलाब के फूल का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। गुलाब के फूल के सेवन से शरीर में एक इम्युनिटी सिस्टम डेवलप होता हैं जो आगे जाकर आपको इंफेक्शन से लड़ने मदद कर सकता हैं। गुलकंद का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता हैं जिसे आप अपने डेली रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
इन सब का फायदा हमें तब दिखता हैं जब हमें हल्की–फुल्की कट लगता है और अपने आप ठीक हैं जाता है बिना दवाई के। खास कर इंफेक्शन को लेकर गुलाब के फूलों का बहुत से तरीको से सेवन किया जाता है जैसे पीस कर, सीधे खा कर, गर्म कर के, उसके साथ दूसरे हेल्थी चीज़े मिलकर इत्यादि।
Anti Inflammatory
शरीर में मौजूद किसी भी प्रकार का सूजन गुलाब का फूल ठीक कर सकता हैं। इसमें एंटीऑक्सोडेट होता हैं जो ये सब आसनी से करता हैं और दूसरी अन्य बीमारियो को भी खत्म करने के लिय अच्छे से काम करती हैं। गुलाब के फूल में इसी तरह–तरह के और भी समस्याओं को मिटाने का पावर होता हैं जो इसके इस्तेमाल के बाद नजर आता हैं। यह पूर्ण रूप से मोटापा को कम करने में भी काम आता हैं क्योंकि इसमें कम कैलोरी होता हैं जो भूख को स्थिर रखने में मदद करता हैं।
Heart health
हार्ट वाला बीमारी एक गंभीर बीमारियों में से एक है और इसका इलाज कितना मुश्किल हैं यह सभी को पता हैं। इसके इलाज के लिय सबसे पहले सुखी गुलाब के पंखुड़ियों को पीसे फिर उसमे में पीसी हुई चीनी मिलाएं उसके बाद इसे आप दुध में डालकर रोज सेवन करिए आपको राहत जरूर मिलेगी।
इसके आलावा इससे अच्छी नींद आती हैं और सांसों के अचानक तेजी से चलने वाले समस्या से छुटकारा मिलता हैं। इससे हड्डी वाले रोगों का उपचार भी एक हद तक हो जाता हैं लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल आप अपनी दवाओं और अस्पताल में चल रहीं इलाज को छोड़कर नहीं कर सकते हैं। गुलाब के फूलों का इस्तेमाल हमेशा यह सोचकर करे कि यह एक इम्यूनिटी है और इससे जरूरी नहीं हैं कि गंभीर बीमारियों का इलाज हो जाए। कुछ हद तक इससे राहत मिल सकती हैं यह अलग बात हैं।
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