इस लेख के जरिये हम आपको कुछ ऐसे Shami Plant Care Tips की जानकारी देंगे जो इस तेज गर्मी में आपके शमी के पौधे को राहत पहुंचाएगी और आपका पौधा लहलहाता रहेगा।
Shami plant को भारतीय संस्कृति में बहुत ही शुभ पौधा माना गया है जिसे घर में लगाने के अनेकों फायदे मिलते है। अकसर लोग इसे घर के मुख्य दरवाजे के आस पास लगते है , शमी के पौधे को बड़ी आसानी से किसी गमले में भी लगाया जा सकता है। कुछ मान्यताओं के हिसाब से तो शमी के पौधे में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए यह पूजनीय है। इसे घर में लगाने से सुख समृद्धि आती है।
लेकिन गर्मियों के मौसम के शमी के पौधे की थोड़ी ज्यादा देखभाल की जरुरत पड़ती है , कई बार सूर्य की तेज किरणों को पौधा झेल नहीं पाता और मुरझाने लगता है जिससे आप सोच में पढ़ जाते है की इसका समाधान आखिर किया कैसे जाए , अब फिक्र की कोई बात नहीं बस इस लेख में बताये जाने वाले कुछ बुनियादी चीजों का ध्यान रखा जाये तो आपका पौधा सालो साल हरा भरा और लहलहाता रहेगा। आइये अब बिना समय गवाए जाने है की गर्मी के दिनों शमी के पौधे की देखभाल कैसे करे।
Shami Plant Care Tips
सूर्य की तेज किरणों से बचाव
Shami Plant Care Tips में सबसे पहले आपको इस पौधे किस रक्षा सूर्य की तेज़ किरणों से करनी होंगी क्योकि इसकी कोमल पत्तिया अत्यधिक गर्मी को नहीं झेल सकती और न ध्यान देने पर Shami Plant मुरझाने की अवस्था तक पहुंच जाता है , जमीन में लगे बड़े पेड़ तो इस समस्या से जूझ लेते है लेकिन गमले या कंटेनर में लगे हुए पौधे को आपको सीधी धुप में रखने से बचना चाहिए।
सुबह और शाम की हल्की धूप तो पौधे की बढ़त के लिए बहुत अच्छी होती है लेकिन दोपहर की तेज किरणों का सामना करना पौधों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। अगर आपके छत पर कोई ऐसी जगह नहीं है जहाँ आप अपने पौधों को धूप से बचा सकते तो आप बाजार में मिलने वाले ग्रीन नेट का इस्तेमाल कर सकते है ये आपके दूसरे पौधों को भी धूप से बचाएगा।
पानी देने का सही समय
कई बार लाख बचाव के बाद भी पौधे की पत्तियां जल जाती है और आपको समझ नहीं आता की आखिर समस्या क्या है , मैं आपको बता दू समस्या बहुत ही छोटी सी है आप अपने शमी के पौधे को गलत समय और गलत तरीके से पानी दे रहे हो।
तो पानी देने का सही तरीका क्या है ? लीजिये जानिये शमी के पौधे या किसी भी पौधे को दोपहर में जब कड़ी धुप होती है उस वक्त पानी न डाले और पौधे को पानी से नहला न दे , ऐसा करने से पत्तियों पर छोटी छोटी बुँदे रह जाती है तो जो तेज किरणों के संपर्क में आने से पत्तियों को जला देती है। इसलिए पौधे को पानी सीधे गमले में डाल कर दे और पानी देने के लिए हमेशा सुबह या शाम का वक्त ही चुने।
शमी के पौधे को उसकी जरुरत के हिसाब से ही पानी दे गमले में जलभराव न करे पौधे को तब ही पानी दे जब उसकी ऊपर की मिट्टी की परत हाथ से छूने पर सूखी लगे। पानी देते समय ध्यान न रखने पर पौधे की जड़ों पर प्रभाव पड़ेगा और जड़े सड़ भी सकती है।
खाद का प्रयोग
पौधे की अच्छी बढ़त के खाद एक अहम भूमिका निभाती है , शमी के पौधे में भी सुन्दर गुलाबी रंग के फूल निकलते है जिससे पौधा और सुन्दर लगने लगता है। पौधे में खाद का प्रयोग करने से उसे पोषक तत्व मिलते है और पौधा हरा भरा रहता है। पौधे को खाद देने के लिए सबसे सही समय वंसत ऋतु है , पौधे में हमेशा गोबर की खाद , कम्पोस्ट नीम की खली जैसे जैविक खाद का ही प्रयोग करें।
ऊपर बताए गए तीनों Shami Plant Care Tips को अपनाने के बाद आपकी शमी के पौधे से जुड़ी सारी परेशानियां समाप्त हो जाएगी और आपका पौधा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता रहेगा। लेकिन क्या आपको असली शमी के पौधे की पहचान है ? अगर नहीं तो नीचे दिए गए ब्लॉग पोस्ट को पढ़ कर शमी के पौधे से जुडी सारी जानकारी प्राप्त करे।
शमी का पौधा – धार्मिक और औषधीय इस पवित्र वृक्ष को उगाना और उसकी देखभाल करना