सुन्दर पौधे जोड़ने मात्र से किसी भी जगह की रौनक बदल जाती है , वैसे तो हर पौधे और उनके फूल अपनी कुछ खास पहचान और गुण रखते है और दुनिया भर में इनके इतने आकर और प्रकार है की आप हैरत में पड़ जायेंगे।
अलग अलग लोगों की फूल पौधों के मामले में अपनी अपनी पसंद होती है किसी को सुगंध वाले फूल पसंद आते है तो किसी को बड़े पत्तों वाले इंडोर प्लांट्स पसंद आते है। आज हम जिन फूलों के बारे में जानेंगे वो बड़े की ख़ास होने घंटे के आकर के होने वाले है या फिर आप इन्हे ट्रम्पेट के आकर का भी बोल सकते है , तो आइये बिना समय गवाए हम आपको ले चलते है एक ख़ास सफर पर जहा हम आपकी मुलाकात कुछ बेल के आकार के फूलों से करवाएँगे।
बेल के आकार का फूल क्या होता है ?
फुशिया
यह एक बेल वाला पौधा है जिसमे लाल और बैंगनी रंग के घंटे के आकार के फूल खिलते है कुछ लोग इसके फूल को गुड़िया के आकर का भी बताते है। इसके फूल जब पौधे में भर जाते तो उस दृश्य की तुलना ही नहीं की जा सकती है , मैं तो ये शर्त लगा कर भी कह सकता हूँ की कुछ लोगों ने तो इस फूल को देखा भी नहीं होगा। फुशिया के पौधे को रोजाना देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती है आप चाहे तो इस पौधे को दोनों जगह लगा सकते है जहा आंशिक छाया हो या जहा अच्छी धुप आती हो। आप इस पौधे को थोड़ी देखभाल के साथ अपने घर के अंदर भी लगा सकते है।
बेल फ्लावर
इस पौधे को कैम्पानुला नाम से भी जाना जाता है और इस पौधे की 300 प्रजातियां पाई जाती है और इनके फूल भी आपको विभिन्न रंगो और आकार में देखने को मिलेंगे लेकिन नीले रंग का बेल फ्लावर सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है , अगर आप भी इस पौधे को लगाना चाहते है तो वसंत का मौसम सबसे उपयुक्त रहेगा और वसंत में ही इस पौधे में फूल भी आते है। अगर आप इस पौधे को कटिंग से लगाना चाहते है तो ये बड़ी आसानी से लग जायेगा।
अलामांडा
अलामांडा गर्मियों में खिलने वाला एक बहुत ही सुन्दर झाड़ी दार पौधा है जो की अपने घंटे के आकर के फूलो के लिए जाने जाते है इन्हे सुनहरे ट्रम्पेट फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। भारत में अलामांडा के फूल बड़े ही प्रसिद्ध है इन पौधों को ज्यादा देखभाल की जरुरत भी नहीं पड़ती और कड़ी गर्मी को भी ये पौधा आराम से झेल जाता है , इसके फूल पीले रंग के होते है और आप इस पौधे की समय पर छटाई करेंगे तो ये पौधा और घना हो जायेगा और इसमें भर भर कर फूल आएंगे पौधे की प्रूनिंग तब करे जब पौधे में फूल आने बंद हो जाए।
फॉक्सग्लोव
फॉक्सग्लोव के फूल दिखने में तो आकर्षित होते है लेकिन पूरा का पूरा पौधा इसके फूल , पत्तियाँ और टहनियाँ विषैले होते है , अगर आप इस पौधे को लगाना चाहते है और आपके घर में छोटे बच्चे और पालतू जानवर है तो आपको खासा सावधानी बरतनी पड़ेगी। इसके फूल आपको लाल , गुलाबी , पीला ,सफ़ेद और बैंगनी रंग में देखने के लिए मिल जायेंगे।
हमारे ही वेबसाइट पर एक और लेख है जिसमे हमने पुरे वर्ष खिलने वाले पौधों के बारे में बताया है आप उसे भी जरूर पड़े आपको उसमे कुछ बेल के आकार के फूल की जानकारी मिल जाएगी।
कैंटरबरी बेल्स
लगाने के बाद यह पौधा बड़ी तेज़ी से उगता है और इसके मनमोहक और जीवंत फूल किसी घंटे के आकर के होते है और हलकी मीठी सुगंध समेटे रहते है लेकिन इस पौधे के अद्भुत फूलों को देखने के लिए आपको 2 सालो का इंतज़ार करना होगा और एक बार खिलने के बाद ये पौधा मर जाता है , इस वजह से शायद हर कोई इस पौधे को ना उगना चाहे। कैंटरबरी बेल्स के फूल आपको गुलाबी , सफ़ेद , बैंगनी और नीले रंग में आते है।
लिल्ली ऑफ़ वैली
लिली ऑफ़ वैली फ्लावर एक जमीन पर फैलने वाला पौधा है जो बहुत ही कम समय में किसी भी जगह को चादर की तरह ढक सकता है। लेकिन क्या लिली बेल के आकार का फूल है ? जी हां इसके छोटे छोटे सफ़ेद फूलों की बनावट किसी छोटी घंटी जैसी ही होती है , इसके फूल वसंत के शुरुवात से ही खिलना शुरू हो जाते है और इसमें से बहुत ही अच्छी सुगंध भी आती है।
धतूरा
धतूरा घंटी के आकार का फूल है का और भगवान शिव शंकर का प्रिय फूल है। धतूरे के पौधे झाड़ीनुमा होते है और इसमें भर भर के फूल आते है जो रात के समय खिलते है और इनकी खुशबू क्या गजब की होती है। लेकिन धतूरे के फल विषैले होते है , इस पौधे के कई औषधीय गुण भी होते है जो सरदर्द और कमज़ोरी से निजाद दिलाते है। धतूरे के फूल आपको सफ़ेद और लैवेंडर रंग में देखने को मिल जायेंगे। अगर आप इसे अपने घर में लगाना चाहते है तो किसी ऐसी जगह लगाए जहां सूर्य की सीधी रौशनी ना आती हो।
बेल के आकार का फूल क्या होता है
बेल के आकार यानी घंटे के आकार वाले कुछ फूल वाले पौधे के नाम – कोरल बेल्स , स्नोड्रॉप्स , एंजेल ट्रम्पेट , बेल्स ऑफ़ आयरलैंड , बेल फ्लावर।
किस फूल की बेल के आकार की बड़ी पंखुड़ियां होती हैं?
अगर आप बड़े पंखुड़ियों वाले बेल के आकार के फूलो की तालाश में है तो आपको धतूरे के फूल , ईस्टर लिली के फूल पसंद आएंगे।